कोटा, 4 अगस्त। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद जब युवक को नौकरी नहीं मिली तो वह डिप्रेशन में आ गया। इसके बाद उसने नहर में छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना शहर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर करीब 1 बजे के बाद की है। युवक ने थेगड़ा नहर में छलांग लगा कर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और 2 घंटे सर्च अभियान चलाकर शव को बाहर निकाला।
इंटरव्यू देने की बात कह घर से निकला था
मृतक राकेश नायक (28) उत्तम नगर के बोरखेड़ा में रहता है। पिता कमलेश ने बताया कि 4 साल पहले राकेश ने झालावाड़ के सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल सब्जेक्ट में 4 साल पहले इंजीनियरिंग की थी। इसके बाद से उसकी नौकरी नहीं लग रही थी। पिता ने बताया कि जॉब नहीं मिलने से वह परेशान था। कुछ जगह जॉब भी मिली लेकिन वह चार से पांच दिन में ही छूट गई। बुधवार को सुबह 11 बजे प्राइवेट स्कूल में जॉब करने की कहकर निकला था। वहां सिलेक्शन नहीं हुआ तो मेरे पास फैक्ट्री में आया और कहा कि दूसरी जगह कोशिश करता हूं। इसके बाद घर गया और दोबारा 1 बजे वह घर से निकला। इसके कई देर बाद वह नहीं लौटा।
पढ़ाई के लिए 4 लाख रुपए का लिया था लोन
उद्योग नगर थाना अधिकारी मनोज सिकरवार ने बताया कि देर शाम तक बेटा नहीं पहुंचा तो परिजन भी परेशान होने लगे। शाम को किसी ने बताया कि थगेड़ नहर में किसी की लाश तैर रही है। इस पर रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। राकेश की तलाशी में उसके घर की डिटेल मिली। इसके बाद परिजनों को मॉर्च्युरी में बुलाया जहां राकेश की शिनाख्त की गई। पिता ने बताया कि बेटे ने पढ़ाई के लिए 4 लाख का लोन भी लिया था और उसकी किस्त भी जमा नहीं कर पा रहा था, इसको लेकर भी उसे चिंता सताती रहती थी। तीन भाई-बहन में राकेश सबसे बड़ा था। पिता दिव्यांग है और एक फैक्ट्री में काम करते हैं। थाना अधिकारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है और अभी तक परिजनों की ओर से काेई रिपोर्ट नहीं दी गई है।