मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को देवली में उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र गुर्जर के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते कहा कि चुनाव आते ही कांग्रेस धर्म और जाति के नाम पर भड़काने की राजनीति करती है। इनको केवल वोट चाहिए। इनको देश और प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। ये इस वक्त अपनी हार के डर से बौखलाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है, वह करके दिखाती है हम अपने कार्यकाल के मात्र 10 माह के अन्दर ही संकल्प पत्र में किए गए लगभग 50 प्रतिशत वादे पूरे कर चुके हैं। विकास का यह तो ट्रेलर था, पूरी पिक्चर बाकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धारा 370 देश के लिए कलंक थी। यह बहुत दुर्भाग्य का विषय है कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस पार्टी उन लोगों के साथ खड़ी है, जो धारा 370 को वापस बहाल करना चाहते है। राहुल गांधी कितना भी जोर लगा ले, चाहे उनके पापाजी को भी ले आए, जम्मू-कश्मीर में अब धारा 370 कभी बहाल नहीं हो सकती। राजस्थान में कांग्रेस के नेता चाहे जितना भी गुमराह करने की कोशिश करले, लेकिन यहां की जनता सब जानती है। वे कांग्रेस के भ्रष्टाचारियों का साथ नहीं देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के दर्द को समझती है। रात के समय बिजली आने से कंपकपाती हुई सर्दी में किसानों को काम करना पड़ता है। इसी को समझते हुए हमारी सरकार किसानों को दिन में बिजली देने के लक्ष्य के साथ निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पेपरलीक प्रकरणों से किसानों के बच्चों के सपनों को बड़ा आघात पहुंचा है। कांग्रेस कार्यकाल में हुई भर्ती परीक्षाओं के 19 में से 17 पेपर लीक हुए। हमने इस पर कार्रवाई करते हुए 200 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है और आगे भी किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
श्री शर्मा ने कहा कि हमने आते ही सरकारी नौकरी में युवाओं के लिए लगातार भर्तियां निकाली है। हमारा लक्ष्य है कि इस वर्ष 1 लाख तथा अगले 5 सालों में सरकारी क्षेत्रों में 4 लाख और निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। लेकिन क्या ये रिक्त पद कांग्रेस के समय नहीं थे। कांग्रेस की शुरू से ही युवाओं को नौकरी देने की मंशा नहीं थी इसलिए उन्होंने अपने कार्यकाल में रिक्त पद होने के बावजूद भर्तियां नहीं निकाली। जबकि हमनें भर्तियों के साथ परीक्षा का कलैण्डर भी निकाल दिया है।
उन्होंने कहा कि शीघ्र ही अब सरकार ईआरसीपी का शिलान्यास भी करने वाली है। इस परियोजना से पूरे टोंक जिले को भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 2 लाख 24 हजार करोड़ के एमओयू हुए हैं। साथ ही आगामी राइजिंग राजस्थान समिट से युवाओं के लिए विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।