जयपुर, 21 जुलाई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता ) कार्यक्रम प्रत्येक मतदाता से जुड़ने का एक माध्यम है तथा चुनाव को समावेशी बनाने में इसकी अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि वोटर टर्नआउट को बढ़ाने के लिए इम्प्लीमेंटेशन प्लान (टिप) बूथ स्तर पर बनाए जाएं। जिससे कि स्थानीय आधार पर कार्ययोजना बनाकर महिलाओं, ट्रांसजेण्डर्स, विशेष योग्यजनों सहित सभी वर्गों के नॉन-वोटर्स को मतदान प्रक्रिया से जोड़ा जा सकें।
श्री गुप्ता गुरूवार को हरिशचन्द्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित जिला स्वीप नोडल अधिकारियों की दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मतदान प्रतिशत को बढाने के लिए मिशन-75 संचालित किया जा रहा है जिसमें कम प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों को चिन्हित कर 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही मतदान केन्द्रों का पुनर्गठन और आयोग के निर्देशानुसार वृद्ध एवं विशेष योग्यजन (80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता श्रेणी) के लिए होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है जिससे कि आमजन मतदान में आसानी से भाग ले सकें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता जागरूकता के लिए ईवीएम-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्र, मोबाईल प्रदर्शन वैन, मॉक-पोल गतिविधियां संचालित की जा रही है तथा जिला आइकॉन नियुक्त किए गए है। उन्होंने कहा कि चुनाव पाठशाला, स्वयं सहायता समूहों, सहकारी समितियां आदि की सहायता से मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जाएं तथा सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
कार्यशाला में भारत निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि श्री संतोष कुमार, श्रीमती साधना राउत, श्री लवकुश यादव, श्री आर.के. सिंह ने जिलेवार वोटर टर्नआउट की स्थिति एवं कार्ययोजना की समीक्षा की तथा वोटर टर्नआउट को बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव दिए। इससे पहले सभी जिलों के जिला स्वीप नोडल अधिकारियों ने संबंधित जिले की वोटर टर्नआउट एवं स्वीप गतिविधियों के संबंध में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी।