जयपुर, 11 अगस्त। प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर उबाल आगया है। जयपुर में मध्य प्रदेश में हुये पेशाब कांड जैसी घटना का होना सामने आया है। जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके में एक व्यक्ति ने स्थानिय विधायक गोपाल मीण और डिप्टी एसपी शिवकुमार भारद्वाज पर अपहरण करके उक्त व्यक्ति के ऊपर पेशाब करने और जूते चटवाए लगाया।
उपरोक्त घटना पर विधायक गोपाल मीणा ने कहा कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। ये जमीन से जुड़ा विवाद है। आरोप तो कोई भी लगा सकता है। मामले की जांच में दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा।
51 साल के पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि गांव टोडालडी आंधी में वह एक जमीन की सार-संभाल करता आ रहा है। 30 जून को घटना वाले दिन वह पत्नी और साथी के साथ खेत पर काम कर रहा था। अचानक पुलिस वाले आए और जबरदस्ती गाड़ी में पटककर कर विधायक गोपाल मीणा के घर ले गये और वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
जब पीड़ित छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाने लगा तो डिप्टी शिव कुमार भारद्वाज ने उसके मुंह पर पेशाब कर दिया और कहा कि जमवारामगढ़ के राजा गोपाल मीणा को बिना नजराना दिए टोडालडी में तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई खेत में आने की।
पीड़ित ने कहा कि हॉल में गोपाल मीणा अपनी चेयर पर बैठे थे। साथ में काम करने वाले शंकर ने वहां आकर विधायक मीणा के पैरों में माफी मांग कर छोड़ने के लिए कहा। इस दौरान विधायक ने कहा कि जब तक ये मेरे जूते जीभ से साफ नहीं करेगा। तब तक मैं इसे नहीं जाने दूंगा और जान बचाने के लिए विधाश्क मीणा के जूते जीभ से साफ कर वहां से निकला।
उपरोक्त हुई घटना के मामले में मीणा ने कहा कि मामला पूर्व डीजी नवदीप सिंह और उनकी पत्नी परम नवदीप की जमीन से जुड़ा है। ये लोग मुझ पर दबाव बनवाकर जमीन पर कब्जा दिलवाना चाहते थे। मैं पीड़ित को नहीं जानता। इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं।
पीड़ित का कहना है कि कुछ दिनों के बाद जब वह थाने में मामला दर्ज करवाने पहुंचा तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। इसके बाद पीड़ित ने एसपी ग्रामीण और डीजीपी तक से गुहार लगाई। लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ। परेशान होकर पीड़ित कोर्ट की शरण में गया और जरीए इस्तगासा 27 जुलाई को मामले की FIR जमवारामगढ़ थाने में दर्ज करवाई गई।