19 अगस्त 2024 को दोपहर 1.32 बजे तक भद्रा, इसके बाद 1.33 बजे से 3.54 मिनट तक चंचल वेला समगतिक मान्य, 3.54 मिनट से 7.06 बजे तक लाभ -अमृत वेला में राखी बांधने का श्रेष्ठ मुहूर्त है।
आज महापर्व रक्षाबंधन, स्नान-दान-पुण्य व्रत की पूर्णिमा, रक्षाबंधन पर्व, संस्कृत दिवस, श्रावणी उपक्रम, नारियल पूर्णिमा, हयग्रीव जयंती, श्री कृष्ण की इंद्रादिदेव विहित झूलन यात्रा का समापन(बंगाल) है। सोमवार को चंद्रमा का मकर उपरांत कुंभ राशि पर संचार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और सावन का अंतिम सोमवार है।। रक्षा बंधन के दिन शोभन योग, गजकेसरी योग, अतिगंड योग और श्रवण नक्षत्र का शुभ संयोग भी है। राहु 7.44 AM से 9.19 AM तक। वहीं आज सोमवार, श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), श्रावण पूर्णिमा तिथि 11:55 PM तक, इसके उपरांत प्रतिपदा है।