कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला रेजीडेंट चिकित्सक प्रकरण के बाद प्रदेश के अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में चिकित्सकों की सुरक्षा एवं अन्य समस्याओं को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने शुक्रवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में जयपुर रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की राजस्थान शाखा, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ, मेडिकल प्रेक्टिशनर्स सोसायटी और प्राइवेट हॉस्पिटल एण्ड नर्सिंग होम सोसायटी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। श्रीमती सिंह ने आश्वस्त किया कि चिकित्सकों की सुरक्षा एवं अन्य वाजिब मांगों पर सकारात्मक सोच के साथ कार्यवाही की जाएगी।
श्रीमती सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त संख्या में सुरक्षा गार्ड नियोजित करने, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने, पुलिस गश्त बढ़ाने सहित अन्य आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे लगाने एवं सुरक्षा गार्ड बढ़ाने के लिए आरएमआरएस से राशि का उपयोग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, सभी जिला कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षकों को चिकित्सकों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
श्रीमती सिंह ने कहा कि कोलकाता के प्रकरण को लेकर सभी व्यथित हैं और राज्य सरकार इस प्रकरण को लेकर बेहद गंभीर एवं संवेदनशील है। चिकित्सकों के साथ ऐसी घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक समुदाय की पीड़ा से राज्य सरकार वाकिफ है और उनका विरोध भी सरकार के संज्ञान में है। उन्होंने चिकित्सक समुदाय से अपील की कि आमजन के हित में वे हड़ताल का रास्ता छोड़कर सांकेतिक विरोध दर्ज कराएं और रोगियों की जीवन रक्षा के दृष्टिगत अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि चिकित्सकों की हड़ताल की स्थिति में प्रदेश के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं एवं अन्य आवश्यक बेसिक स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रहेंगी। किसी भी आपात स्थिति में आवश्यक जानकारी एवं सेवाओं हेतु आमजन कंट्रोल रूम नंबर 0141-2225624 और 0141—2225000 पर सम्पर्क कर सकेंगे।