मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने संस्कृति से जोड़कर पर्यावरण संरक्षण का अद्भुत कार्य किया है। ये हमारी प्राचीन संस्कृति की परंपरा है। हम पेड़, नदी, पहाड़ सभी की पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान प्रकृति की सेवा और मां के प्रति सम्मान का भाव है।
श्री शर्मा जयपुर मे हिंगोनिया गौ पुनर्वास केन्द्र में पशुपालन, गोपालन, डेयरी और देवस्थान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सघन वृक्षारोपण अभियान के समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने आगामी 7 अगस्त हरियाली तीज पर पूरे प्रदेश में एक दिन में 1 करोड़ पौधे लगाए जाने की घोषणा की।
वैचारिक समृद्धता उन्नत एवं विकसित राष्ट्र की पहचान—
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने माता-पिता, समाज और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करें। उन्होने कहा कि जब युवा 18 वर्ष का होता है तो उसे मतदान का अधिकार मिलता है, लेकिन इस अधिकार के साथ कई दायित्व भी साथ में जुड़ते हैं। हमें जिम्मेदार और जागरूक नागरिक होने का कर्तव्य निभाना होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नत राष्ट्र की पहचान भौतिक विकास से नहीं बल्कि वहां के लोगों की वैचारिक समृद्धता से होती है। क्योंकि विचार समृद्ध होते हैं तो राष्ट्र भी विकसित होता है। वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए पौधरोपण करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गौशाला परिसर में कदंब और आम के पौधरोपण किया।