राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड राजस्थान में विभिन्न परियोजनाओं के संचालन में सहयोग के लिये आरसीडीएफ को तकनीकी सहायता देगा ताकि समय पर परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। आरसीडीएफ के कमजोर दुग्ध संघों को तकनीकी सहायता के साथ-साथ उनके द्वारा उत्पादित दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों के विपणन में भी एनडीडीबी द्वारा आवश्यक सहयोग और सहायता दी जावेगी।
दिल्ली स्थित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के कार्यालय में आरसीडीएफ की प्रशासक और प्रबन्ध संचालक डॉ. सुषमा अरोड़ा से मुलाकात के दौरान एनडीडीबी के चैयरमेन डॉ. मीनेश शाह ने कहा कि प्रोडक्ट पैकेजिंग और एडवरटाईजिंग के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर भी जिला दुग्ध संघों को आवश्यक सहयोग मिलेगा। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि जिन ग्राम पंचायतों में अभी डेयरी की पहुॅच नहीं है, वहा दुग्ध संकलन को बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरुप युद्व स्तर पर काम शुरु किया जावेगा।
मुलाकात के दौरान राजस्थान के डेयरी विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के साथ-साथ एनडीडीबी और आरसीडीएफ द्वारा राजस्थान में संचालित परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। डॉ. मीनेश शाह ने डॉ. अरोड़ा के नेतृत्व में आरसीडीएफ द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने राजस्थान के बजट में राज्य सरकार द्वारा डेयरी क्षेत्र में आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करने के लिये 220 करोड़ रुपये की घोषणा को अभूतपूर्व बताया और कहा कि यह प्रोजेक्ट राजस्थान के डेयरी विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।