मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार, 6 नवम्बर को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होने कहा कि राज्य सरकार ‘आपणो अग्रणी राजस्थान’ की दिशा में निरंतर बढ़ते हुए विभिन्न विभागों द्वारा नवाचार एवं कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों सहित विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए दूरगामी कार्य किए जाएंगे। उन्होने महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में स्वयं सहायता समूह सदस्यों को आर्थिक सम्बल देने के लिये राजसखी पोर्टल की शुरूआत करने की भी बात की थी।
मुख्यमंत्री की उपरोक्त मंशा को पूरा करने के लिये सहकारिता विभाग की अहम भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता। लेकिन सहकारिता विभाग के राज्यमंत्री गौतम कुमार दक सहित अफसरों की उदासीनता का आलम यह है कि विभाग में 30 वर्षीय मासिक सहकार समाचार बुलेटिन की हत्या होगई। बावजूद इसके न तो राज्यमंत्री ने कोई सुध ली और न ही विभाग के अफसरों ने। बुलेटिन का अंतिम अंक जनवरी माह 2024 को प्रकाशित हुआ था। इस बात की पुष्टि विभागीय पोर्टल को देख कर किया जा सकता है।
आपको बतादें कि 1994 में पूर्व सकहारिता मंत्री सुजान सिंह यादव ने जनकल्याण का ध्यान रखते हुए विभाग में एक मासिक सहकार समचार बुलेटिन का प्रकाशन करवाया था। इस प्रकाशन का खाका उस समय पीआरओ रहे डा.राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने खींचा और विधीवत रूप से इसका प्रकाशन भी किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुलेटिन के माध्यम से गांव—गरीब और किसान को सहकारिता की जनकल्याण योजनाओं की जानकारी दी जाती थी और विभागीय प्रैस में छप रहे इस बुलेटिन को प्रदेश के कोने—कोने तक पहुंचाया जाता था।
ऐसे में यदि आगे भी श्री दक सहित विभाग के अफसरों का यहिं हाल रहा तो निश्चित मानिए कि मुख्यमंत्री की उपरोक्त मंशा ‘आपणो अग्रणी राजस्थान’ पर ये उदासीनता भारी पड़ सकती है।