पी एन शर्मा
महाप्रबंधक
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र जयपुर ग्रामीण
जयपुर, 26 जुलाई। एक बार एक्टिविटी चुनने के बाद दूसरा महत्वपूर्ण कार्य है, पूंजी जुटाना। इस समय राज्य में छोटा उपक्रम लगाने के लिए पूंजी जुटाने हेतु चल रही ऋण योजनाओं से काफी सहायता मिल रही है बल्कि यूं कह सकते हैं कि ऐसा दौर पहले कभी आया ही नहीं, जब इतनी अच्छी ऋण योजनाएं राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा नए उद्यमियों हेतु प्रारंभ की गई हों।
वर्तमान में प्रचलित ऋण योजनाओं का संक्षेप में वर्णन निम्नानुसार है-
प्रथम- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम – यह काफी लंबे समय से चल रही लोकप्रिय ऋण योजना है, जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष में ऋण राशि भी निर्माण कार्य हेतु 50 लाख और सेवा कार्य हेतु 20 लाख कर दी गई थी। 15 से 25ः कैपिटल अनुदान वाली यह योजना काफी लोकप्रिय है और इसमें कोई आय अथवा अधिकतम आयु सीमा लागू नहीं है। अभी भी यह योजना चालू है, जिसका लाभ लिया जा सकता है।
द्वितीय- मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना – इस योजना में विनिर्माण व सेवा हेतु अधिकतम 10 करोड तथा व्यापार हेतु अधिकतम एक करोड़ रुपए तक के ऋण का प्रावधान है, जिस पर 5 से 8ः ब्याज अनुदान मिलता है। 25 लाख रुपए से अधिक के ऋण हेतु कुछ लक्ष्यों की सीमितता है लेकिन 25 लाख रुपए तक के ऋण हेतु अभी भी सबसे श्रेष्ठ योजना है।
तृतीय- मुख्यमंत्री युवा उद्यम प्रोत्साहन योजना – यह योजना लगभग 1 माह पूर्व ही लागू हुई है और 31 मार्च 2024 तक लागू है। 35 वर्ष तक का युवा व्यक्ति प्रोपराइटरशिप में यदि कोई छोटा नया उपक्रम स्थापित करता है तो इसमें ब्याज अनुदान के साथ-साथ मार्जिन अनुदान अनुदान भी दिया जा रहा है। एक करोड़ रुपए से कम ऋण की वर्तमान में यह सबसे अच्छी योजना है।
चतुथ- भीमराव अंबेडकर दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजनारू एससी एसटी के उद्यमियों द्वारा ₹10 करोड रूपए तक के प्रोजेक्ट स्थापना हेतु इससे अच्छी योजना पूरे भारतवर्ष में नहीं है। इस योजना में 25ः मार्जिन मनी अनुदान के साथ-साथ 6 से 9ः ब्याज अनुदान देय है।
पंचम- राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2022रू इस योजना में विनिर्माण क्षेत्र में प्लांट और मशीनरी हेतु दिए गए ₹1 करोड रूपए से 50 करोड तक के टर्म लोन पर ब्याज अनुदान देय हैं। साथ में अन्य लाभ भी मिलते हैं।
साथियों, हमारे सामाजिक सर्किल में परिवारजन, मित्र, रिश्तेदार व समाज के लोगों में कोई न कोई युवा बच्चा बच्ची या अन्य कोई व्यक्ति नया उपक्रम लगाने अथवा पहले से चल रहे उपक्रम के विस्तार हेतु पूंजी की समस्या का सामना कर रहा है। इन योजनाओं का सहारा लेकर हजारों आशार्थी आगे बढ़ रहे हैं। अपने प्रयास करने से हमारे साथियों को भी मदद मिल सकती है। कृपया इस बारे में जरूर सकारात्मक रूप से सोचें।