नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने संसद में कांग्रेस द्वारा बेवजह हंगामें और बयानबाजी पर कहा कि कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान करने में कभी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस की बाबा साहब को मुंबई से चुनाव हराने, मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने और कांग्रेस शासन में एनसीईआरटी की किताब में बाबा साहेब पर कार्टून प्रकाशित कराने में अहम भूमिका थी। उन्होेने कहा कि डॉ. अंबेडकर जी के निधन पर तत्कालीन राष्ट्रपति महोदय को उनके अन्तिम संस्कार में जाने से तत्कालीन प्रधानमंत्री ने रोका।
श्री खर्रा ने कहा कि चाहे नेहरू जी और इंदिरा जी ने अपने कार्यकाल में जीवित रहते हुए अपने आप को भारत रत्न से सम्मानित कर लिया, लेकिन बाबा साहब को सम्मानित करने का उनके मन में कभी भी विचार नहीं आया। उन्होंने कहा कि नेहरू जी इंदिरा जी और राजीव गांधी जी के नाम पर बहुत सारे स्मारक बने लेकिन कांग्रेस ने कभी भी बाबासाहेब अंबेडकर के नाम से स्मारक बनाने का विचार भी नहीं किया। तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू जी का कहना था कि ऐसे स्मारक सरकार द्वारा नहीं, बल्कि आम लोगों द्वारा अपने संसाधनों से बनाया जाना चाहिए। जबकि नेहरू गांधी परिवार के नाम पर स्मारक सरकार के खर्चे पर बने हैं।
यूडीएच मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न देने के साथ ही उनसे संबंधित जगहों लंदन, दिल्ली, मुंबई में उनके भव्य स्मारक बनवाएं। यह बात कांग्रेस सहित विपक्षी दलों को पच नहीं पा रही है मगर धीरे-धीरे आम आदिवासी दलित समाज यह समझने लग गया है कि कांग्रेस ने सदैव बाबा साहब का अपने हित में उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि यह विचार जैसे-जैसे आदिवासी और दलित वर्ग में फैल रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस सहित बाकी पार्टियों में घबराहट पैदा हुई है। उस घबराहट का नतीजा है कि लोकसभा में जब संविधान दिवस पर संविधान पर चर्चा होनी थी, कांग्रेस सहित किसी भी विपक्ष सदस्य ने संविधान के संबंध में एक शब्द भी चर्चा में उपयोग नहीं किया।
उन्होने कांग्रेस के धरने प्रदर्शन पर कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पिछले 1 साल में जनहित के व्यापक कार्य किए है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पेपर लीक पर लगाम लगा कर युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए भारी संख्या में नौकरियां देने के साथ ही अगले वर्ष के लिए भर्तियों का कैलेंडर भी जारी किया है। खर्रा ने कहा कि हमारे कार्यकाल में अब तक जितनी प्रतियोगी परीक्षाएं हुई है वे पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से हुई है। इससे कांग्रेस में भारी व्याकुलता है और इस व्याकुलता में इस प्रकार के बयान बाजी या धरने प्रदर्शन का काम कर रहे हैं।