वसुंधरा तेरी खेर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं, प्रदेश के पिछले विधान सभा चुनावों में इस नारे ने खूब धूम मचाई थी। जिसका खामियाजा भाजपा और वसुंधरा ने व्यक्तिगत भुगता। जिसका असर आज भी वसुंधरा के लिये गले की हड्डी बना हुआ है।
भाजपा सूत्रों और संचार माध्यमों के अनुसार प्रदेश में भाजपा की पूर्व वसुंधरा सरकार के दौरान भाजपा के संगठन महासचिव रहे प्रकाश चन्द्र की पुर्व मुख्यंत्री राजे से नाराजगी उस दौरान जगजाहिर थी। नाराजगी के दौरान प्रकाश चन्द्र ने संघ मुख्यालय नागपुर को राजे की शिकायत दर्ज कराई थी जिसका अंधेरा आज भी कायम है।
प्रकाश के प्रकाश को तरस रही वसुंधरा गत शुक्रवार को चार घण्टे के लिए जयपुर आई थी और प्रकाश से मुलाकात कर वापस लौट गई। प्रकाश से मिलकर राजे का अंधेरा दूर हुआ या नही इसका पता 15 अगस्त को ही चल पायेगा। संचार माध्यमों के अनुसार 15 अगस्त से भाजपा परिवर्तन यात्रा जैसा कुछ नया करने जा रही है।
आपको बता दें कि राजस्थान में फिलहाल भावी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है और आगामी विधान सभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाना है। यदि प्रकाश का प्रकाश वसुंधरा के चेहरे पड़ जाये तो माना जा रहा है कि आगामी विधान सभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चेहरा चमक सकता है।