राजस्थान के 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए 85 वर्ष से अधिक उम्र और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर रहकर मतदान (होम वोटिंग) की सुविधा दी गई है, जिसके तहत पहले दिन विधानसभा क्षेत्र दौसा के अतिरिक्त 6 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 900 मतदाताओं ने इस सुविधा का उपयोग कर मतदान किया। पहले दिन के लिए लक्षित कुल 930 मतदाताओं में से 21 अपने घर पर नहीं मिले तथा 9 अन्य की होम वोटिंग के लिए आवेदन करने के बाद से मृत्यु हो गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के अनुसार, झुंझुनू, रामगढ़, देवली-उनियारा, खींवसर, सलूम्बर और चौरासी विधानसभा क्षेत्रों में होम वोटिंग के पहले चरण की शुरुआत सोमवार 4 नवम्बर को गई है। दौसा विधानसभा में होम वोटिंग का पहला चरण 6 नवम्बर से शुरू होगा।
श्री महाजन ने बताया कि पहले दिन सर्वाधिक मतदान चौरासी विधानसभा क्षेत्र में हुआ, जहां कुल 253 मतदाताओं ने होम वोटिंग के जरिए अपने मताधिकार का उपयोग किया. सोमवार को देवली-उनियारा में 157, खींवसर में 147, झुंझुनू में 132, रामगढ़ में भी 132 और सलूम्बर में 79 मतदाताओं ने होम वोटिंग के जरिए मताधिकार का उपयोग किया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 3,193 मतदाताओं ने होम वोटिंग के लिए निर्धारित प्रपत्र 12डी में आवेदन दिया है। होम वोटिंग के लिए कुल 87 मतदान दलों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि बीएलओ द्वारा सभी मतदाताओं को पूर्व सूचना देकर निर्धारित दिन और समय पर होम वोटिंग के लिए मतदानकर्मी उनके घर जाते हैं। किसी कारण से मतदाता के घर पर नहीं मिलने पर दूसरी बार भ्रमण किया जाता है। मतदान प्रक्रिया के दौरान मत की गोपनीयता भंग नहीं होने का पूरा ध्यान रखा जाता है।
श्री महाजन ने बताया कि होम वोटिंग के पहले चरण में दौसा विधानसभा क्षेत्र में 6-7 नवम्बर को मतदान होगा। इसी प्रकार, झुंझुनू, खींवसर और सलूम्बर में 4-8 नवम्बर, रामगढ़ और चौरासी में 4-5 नवम्बर तथा देवली-उनियारा में 4-7 नवम्बर को होम वोटिंग के तहत मतदान करवाया जाएगा. इस अवधि में किसी भी कारण से मतदान नहीं कर पाने वाले मतदाताओं के घर पर मतदान दलों के भ्रमण का दूसरा दौर 9-10 नवम्बर को होगा।