रजस्थान में 9 से 11 दिसंबर को होने वाली राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। सभी विभाग सरकार के साथ ताल से ताल मिलाते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का समिट में साथ दे रहें है। केवल सहकारिता विभाग को छोड़कर। सरकार में सहकारिता और नागरिक उड्डयन विभाग के राज्यमंत्री गौतम कुमार दक के पास स्वतंत्रप्रभर तो है। लेकिन विजन नहीं है। इनकी उदासीनता के चलते प्रदेश के मुखिया भनलाल शर्मा को नीचा देखना पड़ सकता है।
इसका अंदाजा गुरुवार 24 अक्टूबर 2024 को कृषि और इससे सम्बद्ध विभागों की हुई प्री समिट से लगाया जा सकता है। इसमें 860 निवेशकों के 20 हजार करोड़ के एमओयू किए गए। लेकिन सहकारिता विभाग कृषि सम्बद्ध विभागों में सबसे बड़ा विभाग होने बाद भी मात्र दो एमओयू ही कर पाया है। वहीं कृषि से सम्बद्ध रखने वाले छोटे से कृषि विपणन विभाग ने अकेले हीं 693 निवेशकों के साथ 6877.94 करोड़ के एमओयू किये है। यहि हाल कमोबेस नागरिक उड्डयन विभाग का है।
राज्यमंत्री दक की विभाग के प्रति उदासीनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भाजनलाल शर्मा के विजन और मंशा पर भारी पड़ती नजर आ रही है। सहकारिता में उद्योग और रोजगार की अपार संभावना होने के बाद भी समिट में केवल दो एमओयू का सहयोग करना राज्यमंत्री दक पर कई सवाल खड़े करते हैं।